
झारखंड JSSC स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में लंबे समय से फरार चल रहा मुख्य आरोपी विनय साह उर्फ हरिहर सिंह आखिरकार UP STF के शिकंजे में आ गया। महीनों से चली तलाश शुक्रवार को तब खत्म हुई, जब गोरखपुर में दबिश देकर STF ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
आरोपी के पास से नेपाली सिम, भारतीय सिम और कई संदिग्ध सामग्री मिली — मतलब “ऑपरेशन पेपर लीक” के लिए पूरा सेटअप तैयार था।
पहले दिया फेक नाम, फिर पूछताछ में टूट गया ‘टॉपर’ झूठ
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने अपना नाम छिपाने की पूरी कोशिश की। STF की सख्त पूछताछ में पोल खुल गई— “हाँ, मैं ही विनय साह हूँ… और पेपर लीक वाले केस का आरोपी भी।” इस बार ‘ऑप्शन C’ नहीं बचा — सीधा Confession!
होटल में ‘हलवा-पूरी बोर्ड’: पूरी रात चलती रही सवालों की रसोई
पूछताछ में विनय साह ने बड़ा खुलासा किया— परीक्षा से एक रात पहले गैंग के चार सदस्य गोरखपुर के होटल में रुके। मोबाइल पर प्रश्नपत्र यानी “हलवा-पूरी” तैयार की। फिर इसे चेन सिस्टम से अभ्यर्थियों तक पहुँचाया यानी “पेपर हलवा” का पूरा किचन एक्टिव था!

उसके साथ मौजूद साथी— मनीष कुमार, शशिकांत दीक्षित, रंजीव त्रिपाठी भी इस कांड में शामिल बताए गए।
अब झारखंड ले जाया जाएगा आरोपी
विनय साह को शाहपुर थाने में दाखिल करने के बाद अब ट्रांजिट रिमांड की कार्रवाई होगी। इसके बाद उसे झारखंड पुलिस, SIT और EOU की टीम को सौंपा जाएगा। यह गिरफ्तारी JSSC पेपर लीक गिरोह के खिलाफ STF की सबसे बड़ी हिट मानी जा रही है।
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